Friday 28 September 2018

सेवानिवृत्ति के बाद स्वस्थ बने रहना




जीवनभर अपने आपको तंदुरुस्त और स्वस्थ बनाए रखना काफ़ी महत्वपूर्ण है। हम अपने प्रति खुद ही देनदार हैं। सेवानिवृत्ति के बाद तो स्वास्थ्य का महत्व और भी बढ़ जाता है।

जो तंदुरुस्त हैं, वे इस वजह से कई बातों में ख़ुद को बेहतर महसूस करते हैं। जो उनकी ही नज़र में अपनी छवि को पुख़्ता करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है। ये गुण आपके व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। इन कारणों से, मैं सभी को प्रोत्साहित करता हूँ कि वे अपने लिए दृढ़ता से फिटनेस कार्यक्रम तय करने पर विचार करें।

व्यायाम
फिटनेस कार्यक्रम शुरू करने से पहले, ख़ासकर वे लोग जिन्होंने लंबे समय तक आराम-तलब जीवन शैली व्यतीत की हैं, कृपया चिकित्सक परामर्श लें। कई बार ज़ोर-शोर से व्यायाम अभ्यास शुरू करना भी बुद्धिमानी नहीं हो सकती है, बल्कि आप खुद को आघात या चोट पहुँचा सकते हैं।

एक बार आपके डॉक्टर आपको मंजूरी दे देते हैं, तब आप लक्ष्य निर्धारित करना शुरू करें। लक्ष्य विशिष्ट रूप से व्यक्तिगत होते हैं, भले ही आपका लक्ष्य 5 किलोग्राम वज़न कम करना हो या मैराथन पूरी करना, कोई लक्ष्य निर्धारित करना महत्वपूर्ण है। अपना लक्ष्य और जिस अवधि में आप इस लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते हैं, उसे लिख लें और यदि दी अवधि में आप अपना उद्देश्य प्राप्त कर लेते हैं तो अपने आप को इनाम दें। आपका ध्यान केंद्रित कराने और प्रोत्साहित करते रहने के सहायक के तौर पर व्यक्तिगत ट्रेनर या व्यायाम के साथी की सेवाओं को शामिल करने पर विचार करें।

व्यायाम को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाएँ, सप्ताह में 5 बार एरोबिक व्यायाम के लिए 30 मिनट निकालने का प्रयास करें। आपको अपने फिटनेस लक्ष्य की दिशा में काम करने के लिए जिम ही जाना जरूरी नहीं है। सुबह की सैर, और वह भी पड़ोसी दोस्तों के साथ बहुत ही सुखद अनुभव हो सकता है जो आपको फिट भी रखता है। बस इतना ध्यान रखें कि आपकी सैर पास के “चाय वाले” की गुमटी पर ख़त्म न हो, जहाँ आप सैर के बाद चाय के साथ समोसा भी ले लें।  
                                                                            
टेलीविजन के सामने कम से कम समय और बाहर अधिक से अधिक समय बिताने का प्रयास करें। अपने घर के लिए व्यायाम मशीन खरीदने पर विचार करें, जब आप टेलीविजन देखते हैं तो इसका उपयोग कर सकते हैं, या पास के किसी जिम में जाना शुरू कर दें। ऐसी मशीनें बहुत अच्छा निवेश हो सकती हैं, लेकिन तभी जब इनका लगातार उपयोग किया जाता हो, हालाँकि मुझे पता है कि ज्यादातर लोग ऐसी मशीनों का उपयोग कुछ हफ्तों तक करते हैं और फिर उसके बाद इनका इस्तेमाल नहाने के बाद "तौलिए लटकाने" के लिए होने लगता है! ऐसे तो वास्तव में यह बहुत महंगा कपड़े सुखाने वाला उपकरण है।

जब हम सेवानिवृत्त होते हैं, हमारे पास समय होता है। हम इस समय का लाभ बाज़ार तक चलकर या साइकिल से जाने में कर सकते हैं, बजाए कि गाड़ी निकालें। इससे आपका रक्त संचार भी होगा और साथ ही यह आपके कामों को पूरा करने का शानदार तरीका है। आप जहाँ रहते हैं उसके आधार पर चलना या साइकिल चलाना आसान या कठिन हो सकता है, लेकिन बहुत से लोग अगर थोड़ा समय निकालते हैं और प्रयास करने की इच्छा रखते हैं तो इसे अपनी दिनचर्या में लाकर तंदुरुस्त रह सकते हैं।

यदि आप इतने भाग्यशाली हैं कि आपके परिवार में कोई छोटा बच्चा या पोता/पोती है, तो आप उन्हें पास के पार्क और अन्य बाहरी गतिविधियों के लिए ले जाने का समय निर्धारित कर सकते हैं। छोटे बच्चों के साथ रहने में बहुत मशक्कत होती है और आपका पसीना बहने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा।

घर के काम कष्टदायी होते हैं, पर उन्हें करना पड़ता है। घर पर रहकर काम करना अतिरिक्त कैलोरी जलाने में मदद कर सकता है। साफ़- सफ़ाई, बर्तन धोना और अन्य घरेलू काम आपको चलायमान रखेंगे। सोफे पर बैठकर टीवी देखते रहने के बजाय घर में थोड़ा चलते-फिरते रहना बेहतर है।

यदि जिम आपके पास, आपकी पहुँच में है, तो आपको दिन में 45 मिनट, सप्ताह में पाँच दिन काम करना होगा। आपको माँसपेशियाँ मज़बूत बनाए रखने के लिए हल्के वजन उठाने के व्यायाम भी करने की आवश्यकता है। तैरना, योग, चलना और व्यायाम के अन्य प्रकार भी समान रूप से अच्छे हैं। महत्वपूर्ण है कि आप लगातार नियमित रूप से किसी व्यायाम का पालन करें।
                                                                                                    
कुछ दिन व्यायाम करना और फिर कुछ हफ्ते नहीं करना, इसे मैं "नियमित अभ्यास करना" नहीं कहूँगा! डॉक्टरों का मानना है कि सप्ताह में 6 दिनों तक व्यायाम करना आपके जीवन को 2 सालों तक बढ़ा सकता है।

ऐसी कई छोटी-छोटी आदतें हैं, जिन्हें आप कर सकते हैं, जो आपके फिटनेस के स्तर को बेहतर बना सकती हैं।

हर दिन फिटनेस के बारे में सोचें और आप ख़ुद परिणाम देखेंगे और महसूस करेंगे

तनाव
सेवानिवृत्ति वह समय माना जाता है, जब आप आराम कर पाते हैं। तंदुरुस्त रहने के लिए अपने तनाव का प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है।

सेवानिवृत्ति ऐसा समय है जब आप वृद्ध और बुद्धिमान होते हैं और आपके पास जीवन के कई सवालों के जवाब होते हैं। कई सेवानिवृत्त लोग कई कारणों से तनाव में रहते हैं। वृद्धावस्था के साथ कई नई चिंताएँ आती हैं, जैसे कि घर पर आप ज़्यादा समय बिताते हैं और वह भी आप अधिकाधिक समय अपने जीवनसाथी के साथ होते हैं, आपको अपने स्वास्थ्य की चिंता सताने लगती हैं, आप यह तय कर लेना चाहते हैं कि आपका पैसा सेवानिवृत्ति के दिनों में ख़त्म न हो और आप अपने बच्चों के तनावों का भी हल खोजने की उलझन में होते हैं।

इसके अलावा, ज़ाहिर है, "नुकसान" की आम भावना भी होती है।

कुछ डॉक्टरों के साथ चर्चा के आधार पर मैंने कुछ बिंदुओं को सूचीबद्ध किया है जो तनाव प्रबंधन में मदद कर सकते हैं। बेशक, यदि समस्या तीव्र है, तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए और आपको दवा की आवश्यकता हो सकती है।

·       अपने तनाव के कारण को पहचानें। उसे लिख लें और अपने मन को आराम देने के लिए समाधान खोजें। इस बारे में अपने दोस्तों से चर्चा करें और देखें कि वे अपने तनाव का सामना कैसे कर रहे हैं।

·       वह कथा खोजें जो आपको प्रेरित करें। पढ़ने के लिए कुछ समय निकालें और जो आपने सीखा उसके नोट बनाएँ। फिर देखें कि आप अपने तनाव से कैसे पार पा लेते हैं।

·       ध्यान धारणा सीखें। जब तक आप खुद को शांत न महसूस करें, तब तक गहरी साँस लेने का अभ्यास करते रहे। तब ऐसा करना अधिक आसान हो जाता है, जब आप जीवन में उन चीजों के बारे में सोचते हैं, जिसके प्रति आप सबसे अधिक आभारी हैं।

·       अपनी नियमित दिनचर्या में परिवर्तन करें। यदि आप मॉल में जाकर कुछ नया देखने-खरीदने में समय बिताना पसंद करते हैं, तो ऐसा करें। मॉल हमेशा कुछ नया और अलग पेश करते हैं। आप केवल वहाँ के वातावरण, दुकानें और उन लोगों को देखने का आनंद ले सकते हैं जो वहाँ घूम रहे होते हैं।

·       अपना ख्याल रखने के बारे में एकाग्र रहें। अपने मन को प्रसन्न रखने के लिए कुछ समय बाहर निकलिए और अपने आपको तरोताज़ा कीजिए।

छोड़ो-जाने दो, की बात आपको सीखना चाहिए। तनाव मुक्त रहिए।

वैसे भी आप कभी भी नियंत्रण में नहीं थे।

नियमित चिकित्सा जाँच

मैं अक्सर उन लोगों से मिलता रहा हूँ, जो चिकित्सा जाँच कराने से इनकार करते  रहते हैं। जब उनसे कारण पूछा गया, तो उनका जवाब होता है कि वे अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के बारे में जानना नहीं चाहते। अपनी समस्याओं के बारे में कुछ न जानने की मंशा से आपका परीक्षण नहीं कराना, आपके संकुचित दृष्टिकोण को दिखाता है, जिसकी वजह से आप सेवानिवृत्ति के लंबे समय को देख नहीं पा रहे हैं।

क्या आपको जीवनशैली संबंधी बीमारियाँ जैसे रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रॉल या मधुमेह है? क्या आपको दमा (अस्थमा) हैं? क्या आपको कोई अन्य समस्या है जिसके लिए आप नियमित दवा ले रहे हैं?

सुनिश्चित करें कि आप अपने स्वास्थ्य संबंधी मुद्दे जानते हैं। अपनी पुरानी स्वास्थ्य रिपोर्टों को बाहर निकालें, जिन्हें आपने बड़े करीने से कहीं दस्तावेज बना रखा होगा और अपने शरीर और इसकी चुनौतियों को समझने के लिए अपने मापदंड खुद लिखें।


यदि आपकी हालत गंभीर है, तो आपको डॉक्टर द्वारा अनुशंसित हर तिमाही या हर आधे वर्ष के परीक्षण निर्धारित कर लेना आपके लिए उपयुक्त है।

आपके डॉक्टर आपको सलाह देंगे कि आपको नियमित आधार पर कौन सी दवा लेने की आवश्यकता है और आपको कब-कब परीक्षण कराते रहने की आवश्यकता है।

दूसरी ओर, स्वास्थ्य देखभाल के आज के व्यावसायीकरण दौर को देखते हुए, डॉक्टर अनुशंसा कर सकते हैं कि आप कई परीक्षण करें जो प्रासंगिक भी हों। जब डॉक्टर आपको बहुत महंगे परीक्षण कराने की सिफारिश करें, तो बहुत सावधान रहें।

सेवानिवृत्त हो जाने के बाद अपना पूरा मेडिकल चेकअप करा लें। ध्यान रखें कि कोई भी आपके स्वास्थ्य की उतनी बेहतर तरीके से निगरानी नहीं कर सकता है, जितनी आप खुद कर सकते हैं।
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लेखक कार्यकारी कोच और एंजेल निवेशक हैं। राजनीतिक समीक्षक के साथ वे गार्डियन फार्मेसीज के संस्थापक अध्यक्ष भी हैं। वे 5 बेस्ट सेलर पुस्तकों – रीबूट- Reboot. रीइंवेन्ट Reinvent. रीवाईर Rewire: 21वीं सदी में सेवानिवृत्ति का प्रबंधन, Managing Retirement in the 21st Century; द कॉर्नर ऑफ़िस, The Corner Office; एन आई फ़ार एन आई An Eye for an Eye; द बक स्टॉप्स हीयर- The Buck Stops Here – लर्निंग ऑफ़ अ # स्टार्टअप आंतरप्रेनर और Learnings of a #Startup Entrepreneur and द बक स्टॉप्स हीयर- माय जर्नी फ़्राम अ मैनेजर टू ऐन आंतरप्रेनर, The Buck Stops Here – My Journey from a Manager to an Entrepreneur. के लेखक हैं।
                                                       
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1 comment:

  1. Nice tips.I am following this but in morning after walking unable to eat or drink any more before pooja.

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